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फैज़ाबाद में विगत 21/22 सितम्बर की रात में चोरी हो गयी प्रसिद्ध बड़ी देवकाली मंदिर
की मूर्ति 22 सितम्बर को कानपुर से बरामद की गयी। इस मंदिर की मूर्ति 40 लाख में बिकने
वाली थी। इस बरामदगी के बीच एक दिलचस्प बात जो पता चली वो मेरे और शायद आपके लिए भी गौर फरमाने वाली है। इसके लिए
हज़ारों संदिग्ध मोबाइल नम्बर के मैसेज एस॰एस॰पी- रमित शर्मा सेंसर कराते रहे। इसी में
एक मैसेज वह भी था जिसमें ‘RP Done’
का उल्लेख था। RP यानि ‘Rice Puller’
‘RP’ आपके लिए तो नया नाम है, पर मूर्ति तस्करों के लिए नया नहीं है। RP यानि
‘राइस-पुलर’ उसे कहते हैं जो मूर्ति चावल
को अपनी तरफ खींच लेती है। है न दिलचस्प? अन्तरराष्ट्रीय बाज़ार
में इसकी कीमत 70 हज़ार रुपये प्रति किलोग्राम से लेकर 3 लाख रुपये प्रति किलोग्राम
तक होती है। यही वज़ह है कि मंदिरों से पुरानी मूर्तियों को चुराए जाने का सिलसिला तेज़
हो गया है।
चर्चा यह
भी है कि जो मूर्ति ज्यादा पूजित होती है वह ज्यादा चावल खींचती है। इसलिए महत्वपूर्ण
मंदिरों की प्राचीन RP मूर्तियां, मूर्ति चोरों के निशाने पर हैं। क्योंकि इसमें मोटा मुनाफा जो ठहरा। अब इस विडियो को देखकर 'राइस पुलर' मूर्ति को समझा जा सकता है।
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